कन्या के शीघ्र विवाह का उपाय
किसी जातिका के विवाह में अगर किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न हो रहा हो बार-बर विवाह की बात चलने पर किसी कारणवश विवाह में बाधा उत्पन्न हो रही हो तो जातिका का सप्तम भाव सप्तमेश ग्रह संबंधी दृष्टिगोचर का विचार करके उन सब ग्रह संबंधी उपाय करने चाहिए हम आपको कुछ उपयोगी समाधान दे रहे हैं जिसके प्रयोग करने से आप इसका प्रभाव शीघ्र अनुभव करेंगे और जिससे कन्या का विवाह का योग शीघ्र बनेगा
पूजन विधी
यदि किसी कन्या के विवाह कार्य में बार-बार बाधाएं आ रही हो तथा किन्ही और कारणों से विवाह ना हो पा रहा हो तो कन्या के लिए किसी भी पूर्णिमा की रात्रि में एक कलश को गंगाजल से भर कर उसमें कमल का फूल एवं कमल गट्टा डाल दें फिर पांच सुहागिनों से उस कलश को चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर चौकी के ऊपर कलश स्थापित करें उस कलश को कर्मकांडी ब्राह्मण द्वारा श्री सूक्त से अभिमंत्रित करके सुहागिनों से अभिषेक करवा कर निम्न मंत्र का 21 माला जप उसी ब्राह्मण के श्री मुख से करवाएं फिर अगले दिन सुबह के समय उस कलश को भगवान लक्ष्मी नारायण के समीप रखकर भगवान से प्रार्थना करें हे प्रभु मेरे विवाह में जो भी बाधाएं आ रही हो उसका आप निवारण करें और मुझे आशीर्वाद दें कि मेरा विवाह बिना किसी बाधा के शीघ्र हो जाए
मंत्र-
तां म् आ वह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम् ।
यस्यां हिरण्यं विनदेयं गमशवं पुरुषानहम् ।।
इस मंत्र के जब के पश्चात ब्राह्मण दंपत्ति को खीर युक्त भोजन वस्त्र एवं सुहागिनों को श्रृंगार का सामान वस्त्र एवं मिष्ठान आदि का दान करना चाहिए इसके करने से कन्या के विवाह का योग शीघ्र ही प्रबल हो जाएगा।