Mangal Pooja

मंगल ग्रह शान्ति, पूजा एवं सरल उपाय

मंगल ग्रह जब 1, 2, 4, 7, 8, 9, 12वे भाव में स्थित हो शनि या बुद्ध ग्रह के साथ हो या दृष्ट हो, या अपनी शत्रु राशि या नीच राशि में हो तो जातक के लिए अशुभ फल कारी हो सकता है। जन्मकुंडली में अगर मंगल का इन सब में से सम्बन्ध हो या मंगल अशुभ फल दे रहा हो मंगल ग्रह की शान्ति पूजा अवश्य किसी सुयोग्य पंडित के दूआरा करवा लेना चाहिये।

मंगल पूजा विधि

मंगल ग्रह की शांति के लिये निम्नलिखित एक मन्त्र का जन्मकुंडली में भाव के अनुसार 10, 40 हज़ार या सवा लाख की संख्या में अनुष्ठान करवाना चाहिये। पूजा प्रारम्भ करने से पहले लाल पुष्प, मिस्ठान, अक्षत एवं गंगाजल ले कर अनूष्ठान का संकलल्प, ध्यान व आवाहनादि करे। जप करने के लिए मूंगे की माला सर्वोत्तम होता है अगर मूंगे की माला न मिले तो रुद्राक्ष या तुलसी के माला से भी जप किआ जा सकता है। शास्त्रा अनुसार मंगल पूजा करने से पराक्रम में विर्धि, राजप्रतिस्था, दुर्घटना से बचाव, भूमि लाभ, भाइयो से प्रेम, तेज़, बल और रक्त संबंधी रोगों में लाभ की प्राप्ति होती है। प्रतेयक मंगलवार या अनुष्ठान के समय पाठोपरान्त मंगल ग्रह को ताम्र के बर्तन में शुद्ध जल, सिंदूर, लाल पुष्प, गुड़ आदि अर्पण करना अति शुभ और फलदायी होता है। इसके बाद गायत्री मंत्र का पाठ करै। सुनुश्चित संख्या में जप पूर्ण होने के बाद उस मन्त्र का दशमांश संख्या में हवन करे तर्पन और मार्जन भी जरूर कर लेना चाहिये।

मंगल ओषधि स्नान

बिल्व छाल, हींग, गोदनी, जटामांसी, मौलसिरी, सिंगरफ, मालकगनी, लाल पुष्प को गंगाजल में मिलाकर स्नान करे और यंत्र धारण करने से मंगल दोष से शांति मिलती है।

मंगल ग्रह की शांति दान द्वारा

गेहूं, लाल वस्त्र, गुड़, घी, सुवर्ण, ताम्र पात्र, मूंगा, लाल चंदन, लाल वस्त्र, सेब, स्वर्ण, मिस्ठान, नारियल सहित दक्षिणा
ब्राह्मण को भोजन करा कर दान करे तथा हवन करें निश्चित लाभ होगा।

मंगल दोष के अन्य सरल उपाय

  1. मंगलवार का व्रत करे और हंमुमान जी की आराधना करें।
  2. मूंगा धारण करे या मंगल यंत्र धारण करे दोनों में ही पूजा अवश्य कर ले।
  3. भाइयो से विश्वासघात न करे और उनका समान करे।
  4. नारियल को लगातार 7 मंगलवार को लालचंदन सहित बहते पानी में बहाए।
  5. लाल गाय की सेवा करे।
  6. तांबे के लोटे में रात्रि को अपने सिरहाने में जल भरकर रख कर सोये और सुबह नहा कर उस जल को तुलसी में अर्पन कर दे रविवार को तुलसी में जल न दे उस जल को गुलाब के पौधे में डाल दे ऐसा 5 साल तक करे निश्चित लाभ होगा।